बीडीएफ ने सबको सरकार के साथ खङा होने का आह्वान किया

मदन सुमित्रा सिंघल, शिलचर। कश्मीर के 'पहलगाम' क्षेत्र में आतंकवादियों की गोलियों से 27 निर्दोष पर्यटकों की मृत्यु के बाद अंतरराष्ट्रीय स्थिति गर्म हो गई है। इस घिनौने हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ होने में कोई संदेह नहीं है, क्योंकि पहले ही लश्कर-ए-तैयबा से समर्थित एक संगठन ने इस घटना की जिम्मेदारी स्वीकार की है। चूंकि इस मुद्दे से राष्ट्रीय हित और सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण मामले जुड़े हुए हैं, इसलिए इस समय राजनीतिक भेदभाव को भुलाकर सभी को सरकार के साथ खड़ा होने की अपील की है बाराक डेमोक्रेटिक फ्रंट ने।


एक प्रेस बयान में बाराक डेमोक्रेटिक फ्रंट के मुख्य आह्वानकर्ता प्रदीप दत्ताराय ने कहा कि पहलगाम की बैसरन घाटी में जो घटना घटी, बाराक डेमोक्रेटिक फ्रंट की तरफ से वह इसकी कड़ी निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि आतंकवाद मानवता का शत्रु है। निर्दोष और निरस्त्र लोगों की हत्या से बड़ी क्रूरता या कायरता कुछ भी नहीं हो सकती। इसलिए कोई सभ्य व्यक्ति इसे स्वीकार नहीं कर सकता, और चूंकि मुंबई हमले से लेकर बार-बार एक पड़ोसी देश के समर्थन से ऐसे हमले हो रहे हैं, इसलिए अब इसे रोकने के लिए सरकार को कुछ कठोर कदम उठाने ही होंगे। और अगर ऐसा कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया जाता है, तो जनता निराश होगी। इस निर्णायक क्षण में राजनीतिक भेदभाव को भूलकर सभी का सहयोग जरूरी है। उन्होंने कहा कि अन्य राजनीतिक दलों की तरह इस संकट के समय में बाराक डेमोक्रेटिक फ्रंट भी सरकार के साथ है।

बाराक डेमोक्रेटिक फ्रंट मीडिया सेल के आह्वानकर्ता जयदीप भट्टाचार्य ने इस दिन कहा कि धर्म के नाम पर इस्लामिक आतंकवाद दुनिया भर में सिर दर्द का कारण बन चुका है और इस संबंध में पड़ोसी देश की भूमिका पर कोई संदेह नहीं है। इसलिए इस समय सरकार को सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए निर्णय लेना होगा। उन्होंने कहा कि जो लोग निर्दोष पर्यटकों की हत्या के लिए जिम्मेदार हैं, उन्हें कठोर से कठोरतम सजा जरूर मिलनी चाहिए, लेकिन यदि दो परमाणु देशों के बीच युद्ध हो गया, तो उसका प्रभाव और भी भारी तबाही ला सकता है। इसलिए सभी पहलुओं पर विचार करके निर्णय लेना जरूरी है। उन्होंने कहा कि इस समय सभी भेदभाव को भूलकर देश के हित में सभी को एकजुट रहना होगा, क्योंकि राष्ट्रीय हित सुरक्षित नहीं रहेगा तो सभी की सुरक्षा संकट में पड़ जाएगी। इसलिए सभी के शब्दों और कार्यों में संयम होना चाहिए।

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